एंबुलेंस नहीं मिलने की बात को स्वास्थ्य विभाग ने बताया झूठ
पालघर : पालघर जिले के खोडाला में एंबुलेंस नहीं मिलने के कारण बच्चे की हुई मौत की घटना को लेकर चिकित्सा अधिकारी डॉ.संतोष चौधरी कहा की इस गर्भवती महिला को पति ने नहीं आशा वर्कर ने अस्पताल भर्ती करवाया था।बिना किसी सही जानकारी के इस घटना को गलत तरीके से उछाला गया।
उन्होंने बताया की खोडाला की रहने वाली यह गर्भवती महिला अंबरनाथ में भोज ईट भट्टे पर पिछले 8 महीने से काम करती थी। जिसका अंबरनाथ के वांगणी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में देखभाल के लिए नाम दर्ज था।उसकी पिछली जांच में, उसकी सभी रिपोर्ट सामान्य थीं और उसे कोई जोखिम लक्षण नहीं थे। जब वह 26 मई को अपने गांव खोडाला के जोगलवाडी में वापस आयी थी।11 जून को महिला के पेट में अचानक दर्द होने के बाद उसके परिजन ने इसकी सूचना आशा वर्कर दिया । 108 ,102 नंबर की एंबुलेंस उपलब्ध नही होने के कारण वरिष्ठ अधिकारियों के आदेश के बाद आशा वर्कर खुद प्राइवेट वाहन कर इस महिला को पास के ही प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती करवाया। जांच में पता चला बच्चा कोई हलचल नहीं कर रहा है । इस दौरान नशे में धुत्त उसके पति ने हाई वोल्टेज ड्रामा शुरू कर दिया , पुलिस से भी उलझ गया और पत्नी के साथ जाने को तैयार नहीं हुवा । डॉक्टर और आशा वर्कर ने खुद उसे तुरंत मोखाडा हॉस्पिटल में भर्ती किया । वहा जांच में पता चला कि पेट में बच्चे की मौत हो चुकी है, मां के जान को खतरा है । सुविधाओं का अभाव होने के कारण स्वास्थ्य विभाग ने खुद एंबुलेंस से महिला को नासिक सिविल हॉस्पिटल में भेजा और उसे भर्ती करवाया । वहा डॉक्टरों के प्रयास से महिला ने मृत बेबी को जन्म दिया । नाशिक में शव वाहिनी नही मिलने के कारण पति बेबी का शव थैली में भरकर बस से लेकर गांव आया।