पालघर की तर्ज पर पूरे महाराष्ट्र में शुरू की जाएगी कार्यशाला
पालघर : पालघर दौरे पर सोमवार को आए गृह (ग्रामीण) राज्यमंत्री डॉ.पंकज भोयर ने कहा कि गांव स्तर पर कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस प्रशासन और जनता के बीच पुलिस पाटिल एक महत्वपूर्ण कड़ी है। महाराष्ट्र में यह पहली कार्यशाला है,मुझे इस बात की खुशी है। पालघर की तर्ज पर पूरे महाराष्ट्र में कार्यशाला शुरू की जाएगी । पालघर जिले में आयोजित कार्यशाला में वह बोल रहे थे। पालघर जिला पुलिस पाटिल कार्यशाला का आयोजन जिला कलेक्टर कार्यालय, योजना समिति हॉल में किया गया था।
उन्होंने कहा कि पुलिस पाटिल गांव स्तर पर कानून व्यवस्था बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले पुलिस पाटिल को पहले 2 हजार से 3 हजार के मामूली मानदेय मिलता था।लेकिन मुख्यमंत्री ने अब उन्हें 15 हजार रुपये का मानदेय दिया है। साथ ही, पिछले कुछ वर्षों से पुलिस पाटिल के कई पद खाली थे । उन रिक्त पदों में 282 रिक्त पदों को तुरंत भर दिया गया है, शेष रिक्त पदों को भी जल्द ही भर दिया जाएगा।

उनका कहना था कि गांव स्तर पर अपराध अलग-अलग होते हैं, इसके लिए पुलिस पाटिल को ऐसी समस्याओं को हल करने के लिए सशक्त बनाने की जरूरत है। पुलिस पाटिल को अपराध के बारे में बुनियादी जानकारी होनी चाहिए। आजकल हर क्षेत्र डिजिटल हो रहा है। इस लिए पुलिस पाटिल को भी डिजिटल होने की जरूरत है। मुझे खुशी है कि महिला पुलिस पाटिल भी इस क्षेत्र में काम कर रही हैं और वे अपनी जिम्मेदारियों को अच्छी तरह से निभा रही हैं। पालघर की तर्ज पर पूरे महाराष्ट्र में ऐसी कार्यशाला शुरू की जाएगी।
पुलिस पाटिल को संबोधित करते हुए कहा की आप का पद महत्वपूर्ण है। इस लिए आपको अपने पद के कर्तव्यों को जिम्मेदारी से पूरा करना चाहिए। साथ ही उन्होंने पालघर में नवनिर्मित जिला पुलिस जेल का निरीक्षण किया और विस्तृत जानकारी ली।
इस अवसर पर संसद डॉ. हेमंत सवरा ,विधायक राजेंद्र गावित ,विधायक हरिश्चंद्र भोये , महाराष्ट्र पुलिस अकादमी नासिक के विधि निदेशक संजय पाटिल, जिला कलेक्टर डॉ. इंदु राणी जाखड़,पुलिस अधीक्षक यतीश देशमुख मौजूद थे।