Tuesday, June 17, 2025
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    UP Politics: यात्रा से पहले अखिलेश यादव ने राहुल गांधी से बनाई दूरी! क्या सपा प्रमुख ने बदला अपना फैसला?

    Samajwadi Party And Congress Face To Face On Many Seats In Madhya Pradesh  Elections India Alliance - Khadi Federation

    नई दिल्‍ली । लोकसभा चुनाव से पहले अमेठी में सियासी पारा फिर चढ़ रहा है. एक तरफ आज जहां अमेठी के पूर्व सांसद राहुल गांधी भारत जोड़ो न्याय यात्रा के साथ काफी समय बाद अमेठी आ रहे हैं, तो वहीं केंद्रीय मंत्री और सांसद स्मृति ईरानी भी सोमवार से अपने संसदीय क्षेत्र के प्रवास पर रहेंगी। वहीं समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव के अमेठी में यात्रा में शामिल होने की अटकलों पर जयराम रमेश का बयान आया है।

    अखिलेश यादव के यात्रा में शामिल नहीं होने की अटकलें

    कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा, ‘आज भारत जोड़ो न्याय यात्रा का 37वां दिन है. आज बाबूगंज में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और राहुल गांधी एक जनसभा को संबोधित करेंगे. आज रात हम अमेठी में रुकेंगे. हम उम्मीद करते हैं कि कल अखिलेश यादव भी भारत जोड़ो न्याय यात्रा से जुड़ेंगे.’ उनका ये बयान ऐसे वक्त में आया है अखिलेश यादव के यात्रा में शामिल नहीं होने की अटकलें हैं. हालांकि सपा के ओर से इसपर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी गई है।

    निमंत्रण मिलने की बात स्वीकार की थी

    पहले सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के कांग्रेस सांसद राहुल गांधी की ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ में शामिल होने की संभावना थी. अखिलेश यादव ने बीते पांच फरवरी को राहुल गांधी की यात्रा में शामिल होने के लिए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे का निमंत्रण मिलने की बात स्वीकार की थी. उन्होंने कांग्रेस को बधाई देते हुए निमंत्रण स्वीकार कर लिया था. लेकिन सपा से नाराज चल रहे नेताओं के यात्रा में शामिल होने के बाद अब अखिलेश यादव के शामिल होने की संभावना नहीं है।

    हमारे सामाजिक न्‍याय के लिए आंदोलन जारी रहेगा

    सपा प्रमुख ने यात्रा के 16 फरवरी को उत्तर प्रदेश में प्रवेश करने के बाद अमेठी या रायबरेली में ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ में शामिल होने के लिए अपनी सहमति दे दी थी. उन्होंने उम्मीद जताते हुए कहा था कि यह यात्रा उत्तर प्रदेश में प्रवेश करके पीडीए (पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक) की रणनीति से जुड़ेगी और हमारे ‘सामाजिक न्याय’ और ‘परस्पर सौहार्द’ के आंदोलन को और आगे ले जाएगी।

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