Monday, August 11, 2025
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    सज्‍जन में राम में भक्‍त‍ि जागी तो उसने बना दी लकड़ी से राम मंदिर की प्रतिकृति

    शाहपुरा। युवा सज्जन जांगिड़ भीलड़ी है तो इंटिरियर आर्टिस्ट पर उसमें राम भक्ति जागी तो उसने लकड़ी से श्रीराम मंदिर की प्रतिकृति बना डाली। अयोध्या में श्रीराम मंदिर निर्माण शुरू हुआ तो राम भक्ति भाव में जागी कड़ी मेहनत के बाद राम मंदिर का डिजाइन तैयार किया, लकड़ी की प्रतिकृति तैयार कर दी। इस युवा सज्जन जांगिड़ भीलड़ी ने शनिवार को शाहपुरा में लोगों की आस्था के केंद्र स्थान खानिया का बालाजी मन्दिर पहुंच कर महंत रामदास महाराज की मौजूदगी में मंदिर से जुड़े भक्तों को मन्दिर के लिए पहला मॉडल भेंट किया है। इस दौरान वहां राम नाम का जयघोष गुंजायमान हो उठा। इसी मन्दिर में विशाल स्तर पर प्रतिष्ठा वाले दिन 22 जनवरी को शाम 7 बजे सामूहिक सुंदरकांड पाठ का आयोजन भी होगा।

    बालाजी के अनन्य भक्त सज्जन जांगिड़ भीलड़ी ने ऐसे 9 मंदिर के मॉडल बनाएं हैं। जिले के अलग-अलग मंदिरों में यह भेंट करेंगे। पहला मॉडल शाहपुरा में सार्वजनिक करके इसे मन्दिर में भेंट किया गया है। इस दौरान राम भक्त सज्जन जांगिड़ भीलड़ी और श्याम सुथार पालड़ी के अलावा शाहपुरा से निशांत सुथार, नारायण बोहरा, रवि शंकर उपाध्याय, रामस्वरूप टेंपन, अभिषेक पारीक, सुमित पारीक, अपर लोक अभियोजक अधिवक्ता हितेश शर्मा, तेजेंद्र सिंह नरूका और अन्य मौजूद रहे। सज्जन ने यह प्रतिकृति अपना गाँव, अपनी अयोध्या परियोजना के तहत तैयार की है।

    सज्जन ने पूर्व में भी श्री लक्ष्मीनाथ भगवान, बड़ा मंदिर पुर के लिये बेवाण तैयार किया, गढ़बोर चारभुजा मन्दिर में सोने की रेवाड़ी, चारभुजा बड़ा मंदिर भीलवाड़ा में चांदी का बेवाण, पंचमुखी बालाजी मन्दिर भीलवाड़ा में चांदी के दरवाजे, लक्ष्मीनारायण मंदिर में चांदी के दरवाजे बनाने का कार्य भी बखूबी किया है। प्रांरभ से ही मन्दिरों में आना जाना जारी रहने से धर्म के प्रति आस्था तो थी ही।

    सज्जन जांगिड़ भीलड़ी को राम मन्दिर की प्रतिकृति बनाने की प्रेरणा अपने ही पिता से मिली। पिता स्व. हरक लाल ने भारत के कई मंदिरो में काम किया है। उन्हीं की प्रेरणा से आज भी पूरे भारत में उनको काम करने का अवसर मिल रहा है। मंदिरों में लकड़ी के दरवाजे, मेटल का वर्क, सोने चांदी के कार्य मिलते है। पूर्व में पिता के समय ये सभी कार्य हाथ से नक्काशी कर के किया जाता था। आज आधुनिक सीएनसी और लेज़र मशीन द्वारा बहुत फिनिशिंग और कम समय में इस प्रकार के कार्यों को वो पूरा करते है।

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