Tuesday, September 30, 2025
No menu items!
More

    शेयर मार्केट धड़ाम, सेंसेक्स-निफ्टी में आई बड़ी गिरावट तो झटका लगा निवेशकों को

    नई दिल्‍ली. शेयर बाजार में शुक्रवार को सुबह शुरुआत में ही जबरदस्त गिरावट आई. और तब हुआ है जब एक दिन पहले अमेरिकी फेडरल रिजर्व के ब्याज बढ़ाने के संकेतों से गदगद भारतीय शेयर बाजार ने ऑल-टाइम हाई का नया रिकॉर्ड बनाया था. नेशनल कमोडिटी एक्सचेंज का निफ्टी तो गुरुवार को 25,000 पॉइंट के ऐतिहासिक मार्क को क्रॉस कर गया था. बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज के शेयर इंडेक्स सेंसेक्स ने भी 82,129.49 अंक का रिकॉर्ड बनाया था.

    शुक्रवार को मार्केट इंटरनेशनल ट्रेंड के मुताबिक निगेटिव जोन में खुले. बीएसई सेंसेक्स शुरुआती कारोबार में 708 अंक गिरकर 81,158.99 अंक पर खुला जबकि एनएसई निफ्टी 221 अंक फिसलकर 24,789 अंक पर खुला. हालांकि ये गिरावट जारी रही और निफ्टी ने सुबह के कारोबार में 24,723.70 पॉइंटर तक का निचला स्तर छुआ. जबकि सेंसेक्स 80,995.70 अंक के निचले स्तर तक गया. शेयर बाजार में शुरुआती गिरावट से कंपनियों के मार्केट कैपिटलाइजेशन में जबरदस्त गिरावट आई है. बीएसई पर लिस्टेड सभी कंपनियों का टोटल एमकैप 4.26 लाख करोड़ रुपए घट गया है. ये 457.36 लाख करोड़ रुपए तक पहुंच गया.

    शुक्रवार को बैंक निफ्टी इंडेक्स भी जबरदस्त टूटा है. सुबह के सेशन में ये 312 अंक तक टूट गया और 51,250 पॉइंट के आसपास ट्रेड कर रहा है. वहीं बिग लूजर्स की बात करें तो मारुति सुजुकी, टाटा मोटर्स, आयशर मोटर्स जैसी कंपनियों के शेयर शामिल हैं. अपोलो हॉस्पिटल, डॉ. रेड्डीज लैब, नेस्ले, हिंदुस्तान यूनिलीवर और टाटा कंज्यूमर प्रोडक्ट्स जैसी कंपनियों के शेयर ग्रीन जोन में हैं. सेक्टर कैटेगरी के हिसाब से सिर्फ एफएमसीजी ठीकठाक है, बाकी सभी में निगेटिव जोन बना हुआ है.

    इंटरनेशनल मार्केट में भी गुरुवार को गिरावट का रुख देखा गया. इसका असर भी घरेलू बाजार में निवेशकों की धारणा पर पड़ा है. डाऊ जोन्स से लेकर नैस्डेक, एसएंडपी 500, हैंगसेन, शंघाई कंपोजिट इंडेक्स और निक्केई सभी में बड़ी गिरावट देखी गई है. मार्केट में मुनाफावसूली का दौर चल रहा है. इसकी वजह से भी गिरावट देखी जा रही है. रिकॉर्ड हाई पर जाने के बाद निवेशक अब अपने शेयर्स पर प्रॉफिट बुकिंग कर रहे हैं. एक्सपर्ट्स का कहना है कि बाजार की इस गिरावट से डरने की जरूरत नहीं है. ये काफी शॉर्ट टर्म है, इसलिए जिन निवेशकों का प्लान लॉन्गटर्म है, उन्हें मार्केट में बने रहना चाहिए.

    RELATED ARTICLES

    Most Popular