रेलवे प्रशासन को भी होर्डिंग बोर्ड हटाने के लिए नगर परिषद ने दिया पत्र
केशव भूमि नेटवर्क /
पालघर : पालघर नगर परिषद क्षेत्र में गैर कानूनी तरीके से खड़े किए गए होर्डिंग बोर्ड पर नगर परिषद ने हौथड़ा चला कर उसे जमींदोज कर दिया । और रेलवे के मुख्य द्वार के बाहर खड़े होर्डिंग बोर्ड को हटाने के लिए नगर परिषद ने रेलवे प्रशासन को पत्र दिया है। राज्य में होर्डिंग बोर्ड गिरने की हुई घटनाओ को देखते हुए पालघर की डीएम इंदू राणी जाखड़ ने इन होर्डिंग बोर्ड पर कार्रवाई करने का सख्त आदेश दिया था । माना जा रहा है कि इस कार्रवाई के बाद पालघर के नाको, चौराहो पर आए दिन चमकने वाले नए बैनर अब नही चमकेंगे । और पालघर शहर बैनर मुक्त दिखेगा।
वही इसे लेकर पालघर नगर परिषद के नए मुख्याधिकारी नानासाहेब कामठे ने कहा कि कई साल पहले पालघर रेलवे स्टेशन के मुख्य द्वार पर सड़क के किनारे समेत करीब 50 स्थानों पर पीडब्ल्यूडी विभाग की तरफ से बड़े बड़े होर्डिंग बोर्ड खड़े किए गए थे। इन्हें खड़े करते वक्त ठेकेदार को पालघर नगर परिषद ,पुलिस विभाग समेत अन्य विभाग का परमिशन लेना अनिवार्य था। लेकिन ठेकेदार ने कानून को ताक पर रखते हुए सभी होर्डिंग बोर्ड खड़ा किया था । घाटकोपर की घटना के बाद इसे संज्ञान में लेते हुए नगर परिषद
ने होर्डिंग बोर्ड पर कार्रवाई के लिए पर पीडब्ल्यूडी विभाग पत्र भेजा था। जिसके बाद पीडब्ल्यूडी विभाग ने इसे हटाने की बात कही थी। लेकिन चल रही तेज हवाओं और तूफानी बारिस से इन बोर्ड को गिरने का डर बना था। जिसे देखते हुए इन होर्डिंग बोर्ड को हटा दिया गया है। कुछ जगहों पर कार्रवाई बाकी है जिसे जल्द पूरा कर लिया जाएगा ।
नगर परिषद करती थी बड़ी कमाई

हालांकि इन होर्डिंग बोर्डो को भले ही पीडब्ल्यूडी विभाग ने खड़ा किया था, लेकिन इससे पालघर नगर परिषद और उसके ठेकेदार को बड़ी आमदनी हो रही थी । इस पर बैनर ,पोस्टर लगाने के लिए नगर परिषद ने करीब 2020 से तीन लाख से ज्यादा का ठेका दिया था,अब वह बंद हो गई है ।